
परसदा स्थित एसडीआरएफ प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित सिविल डिफेंस प्रशिक्षण का शनिवार को सफलतापूर्वक समापन हुआ। छह दिनों तक चले इस प्रशिक्षण में आपातकालीन स्थितियों से निपटने की रणनीतियों और उपायों पर विस्तार से जानकारी दी गई। प्रशिक्षण उपरांत बेहतर प्रदर्शन करने वाले जवानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।इस विशेष प्रशिक्षण में महाराष्ट्र से एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट पवन जोशी भी शामिल रहे। समापन समारोह में एसडीआरएफ डीआईजी सुरेश कुमार ठाकुर और डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट दीपांकुर सेम्युअल नाथ मौजूद रहे।

अधिकारियों ने बताया कि सिविल डिफेंस का मुख्य उद्देश्य युद्ध, प्राकृतिक आपदाओं या किसी भी आपातकालीन स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा करना और समाज में व्यवस्था बनाए रखना है।डीआईजी सुरेश कुमार ठाकुर ने कहा कि आपात स्थितियों में सिविल डिफेंस की भूमिका बेहद अहम होती है। उन्होंने जवानों से लगातार सजग और तैयार रहने की अपील की। पवन जोशी ने प्रशिक्षण की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी पहलें आपदा प्रबंधन की क्षमता को मजबूत करती हैं।डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट दीपांकुर सेम्युअल नाथ ने कहा कि यह प्रशिक्षण केवल एक प्रक्रिया नहीं बल्कि जीवन रक्षक मिशन है। उन्होंने बताया कि सिविल डिफेंस नागरिकों को जागरूक करने, प्रशिक्षित करने और आपदाओं में राहत कार्यों को प्रभावी बनाने की दिशा में काम करता है।