
आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा लगातार विभिन्न प्रकोष्ठ का बैठक कर कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दे रही है लिहाजा शनिवार को भाजपा कार्यालय कर्बला रोड में भाजपा विधि प्रकोष्ठ की बैठक आयोजित की गई जिसमें विधि प्रकोष्ठ के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुएविधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं राजनीतिक पार्टियां लगातार चुनावी मोड में जा चुकी है यही वजह है कि भाजपा कांग्रेस हो या अन्य राजनीतिक दल सभी अपने कार्यकर्ताओं को रिचार्ज करने के साथ में जिम्मेदारी तय कर जनता के बीच जाने निर्देशित कर रहे हैं इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी पिछले कुछ समय से लगातार बैठक और आंदोलन के माध्यम से कार्यकर्ताओं को लगातार चुनावी मोड में जाने के लिए रिचार्ज करने का काम कर रही है इसके अलावा लगातार भाजपा के विभिन्न प्रकोष्ठ की बैठक आयोजित कर उन्हें अलग-अलग जिम्मेदारी भी दी जा रही है इसी कड़ी में शनिवार को भाजपा कार्यालय करबला रोड में भारतीय जनता पार्टी संभागीय विधि प्रकोष्ठ की बैठक आयोजित की गई इस बैठक में विधि प्रकोष्ठ के संभागीय प्रभारी जेपी चंद्रवंशी शामिल हुए इस दौरान कार्यकर्ताओं को आगामी चुनाव के मद्देनजर अलग-अलग जिम्मेदारी देते हुए उन्हें अधिवक्ताओं के बीच पहुंचकर भाजपा के द्वारा आगामी योजनाओं की जानकारी देने के निर्देश दिए गए इसके अलावा सभी विधि प्रकोष्ठ के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को इस चुनाव में अपना शत-प्रतिशत देकर जनता के बीच जाने के भी निर्देश दिए गए खाना की संभाग स्तरीय विधि प्रकोष्ठ की बैठक में कार्यकर्ताओं की उपस्थिति ना के बराबर देखी गई भाजपा कार्यालय में आयोजित संभागीय बैठक में कुर्सियां खाली रही तुम ही भाजपा की विधि प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों का कहना है कि क्योंकि आज मौसम खराब है यही वजह है कि कई कार्यकर्ता बैठक में शामिल नहीं हो पाए हैं लेकिन वास्तविकता इससे कहीं अलग है क्योंकि कई पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में भाजपा विधि प्रकोष्ठ को लेकर नाराजगी है क्योंकि उनका मानना है कि 4 सालों में बैठक भी आयोजित नहीं की गई तो वहीं नए सदस्यों को बनाने को लेकर भी प्रकोष्ठ जरा भी गंभीर नहीं दिखा अब चुनाव आए हैं तो प्रकोष्ठ को कार्यकर्ता और पदाधिकारी की याद आ रही है जिसे लेकर सभी में नाराजगी है-

आरोप-प्रत्यारोप नाराजगी यह सब राजनीतिक पार्टियों की अंदरूनी कला माना जाता है लेकिन जब चुनाव आते हैं तो सभी को एकजुट होकर लड़ना होता है तभी उसमें सफलता मिलती है अगर भाजपा विधि प्रकोष्ठ के कार्यकर्ता नाराज हैं तो सभी वरिष्ठ नेताओं को इनके बीच आना होगा और इन्हें बताना होगा कि मौजूदा समय में चुनाव है और इन सब नाराजगी से दूर रहकर पहले चुनाव जीतने पर अपना शत-प्रतिशत देना होगा बाकी बातें चुनाव जीतने के बाद भी हो सकती है लेकिन संभाग स्तरीय बैठक में भाजपा का कोई भी वरिष्ठ नेता शामिल नहीं हुआ जो कहीं ना कहीं सवालों को तो जन्म दे ही रहा है
