- प्रदेश स्वास्थ्य मितानित संघ के दो सूत्रीय मांग को लेकर धरना प्रदर्शन
दो सूत्रीय मांगे निम्नानुसार
- मितानिन, मितानिन प्रशिक्षक, ब्लाक समन्वयक, स्वस्थ पंचायत समन्वयक, एरिया कोऑडिनेटर, हेल्प डेक्स फेसिलेटर को NHM (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) में जोड़ा जाये।
- प्रोत्साहन राशि एवं क्षतिपूर्ति में 50 प्रतिशत वृद्धि किया जाये।
छत्तीसगढ़ में संचालित मितानिन कार्यक्रम के लोगों को जिसमें मितानिन, मितानिन प्रशिक्षक, ब्लाक समन्वयक, स्वस्थ पंचायत समन्वयक, एरिया कोऑर्डिनेटर, हेल्प डेक्स फेसिलेटर है जो करीब 21 वर्षों से स्वास्थ्य संबंधी सेवाएँ दे रहे हैं उन्हें NHM (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) में शामिल किया जावे। जो कि अब तक NGO के माध्यम से संचालित किया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग की रीड कहे जाने वाली मितानिन को 21 वर्षों का अनुभव एवं जमीनी स्तर पर कार्य करने के बावजूद मितानिन कार्यक्रम के सभी सदस्यों के द्वारा बहुत ही कम प्रोत्साहन राशि एवं क्षतिपूर्ति बेस से कार्य लिया जा रहा है।
जो राशि मितानिन को प्रोत्साहन राशि एवं मितानिन प्रशिक्षक, ब्लाक
समन्वयक, स्वस्थ पंचायत समन्वयक, एरिया कोऑर्डिनेटर को क्षतिपूर्ति के रूप में दिया
जा रहा है वह बहुत ही कम है, परिवार चलाने लायक नहीं है। हम सभी लोग विगत 21 वर्षों से सेवाएँ दे रहे हैं आगे हमारा भविष्य अंधकार दिखता है। इसलिए शासन से मांग है कि हमारी 21 वर्षों की निष्ठापूर्वक सेवा को देखते हुए हमें NHM (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) में शामिल किया जावे।


