छत्तीसगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ ACB और EOW ने एफआईआर दर्ज कर जांच कार्यवाही को आगे बढ़ा दिया है। ऐसे में भूपेश बघेल ने मौजूदा भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इधर छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने इसे भूपेश बघेल की बौखलाहट करार दिया है। हालांकि केंद्रीय और राज्य की जांच एजेंसी के द्वारा की गई कार्रवाई की टाइमिंग को लेकर भाजपा नेताओं ने कुछ नहीं कहा है। सोमवार को भाजपा कार्यालय में पत्र वार्ता के दौरान उपमुख्यमंत्री ने पत्रकारों से चर्चा की।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रह चुके भूपेश बघेल की परेशानी चुनावी साल में इस लिहाज से और बढ़ती जा रही है कि, अब उन पर एंटी करप्शन ब्यूरो और आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस तरह की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित और बीजेपी की चाल करार दिया है। वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में से एक उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने बिलासपुर प्रवास के दौरान यह स्पष्ट कर दिया कि यह भूपेश बघेल की बौखलाहट है और इस तरह के आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। हालांकि कार्रवाई की टाइमिंग को लेकर उन्होंने कुछ भी स्पष्ट नहीं किया।

छत्तीसगढ़ में महादेव एप के मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की परेशानी चुनावी समर में और भी बढ़ने लगी है। खुद के ऊपर हुए FIR और कार्रवाई के बाद उन्होंने खुलकर छत्तीसगढ़ की मौजूदा भाजपा सरकार पर आरोप लगाए हैं। ऐसे में छत्तीसगढ़ के मौजूदा उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने भूपेश बघेल के इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। और इसे भूपेश बघेल की बौखलाहट करार दिया है। उन्होंने यह भी कहा है कि जांच कार्रवाई चल रही है और उन्हें इसमें भूपेश बघेल को सहयोग करना चाहिए। इसके उल्टे बीजेपी पर आरोप लगाना गलत है। “आज अगर कोई गूगल में जाकर 508 करोड रुपए लिखता है तो, भूपेश बघेल के द्वारा किए गए घोटाले का जिक्र अपने आप सामने आ जाता है।” इस कार्रवाई से राजनीति का कोई सरोकार नहीं है, चुनावी समर में पूर्व मुख्यमंत्री पर हो रही कार्रवाई को उन्होंने पूरी तरह से जायज कर दिया है।