मासूम बच्ची के दुष्कर्म और हत्या के मामले के आरोपी को सजा दिलाने की मांग पर चक्काजाम और प्रदर्शन करने के बाद भी हल कुछ नहीं निकला तो परिवार वालों ने उपमुख्यमंत्री अरुण साव से फोन पर बातचीत की। उपमुख्यमंत्री से बातचीत और वैधानिक कार्यवाही के लिए आश्वासन मिलने के बाद आखिर कार पीड़ित परिवार वालों ने पोस्टमार्टम के बाद बच्ची के शव का अंतिम संस्कार कर दिया। बीते 17 मार्च की शाम थाना सिरगिट्टी के बन्नाक चौक में एक नाबालिग वहसी दरिंदे ने एक 3 साल की मासूम के साथ बलात्कार कर मुँह दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया था। इसकी पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी हुई है।

घटना के बाद से मासूम बच्ची को न्याय दिलाने और हैवानियत की हदें पार करने वाले दरिंदे को सख्त से सख्त सजा दिलाने की मांग और उसके घर पर बुलडोजर चलाने की मांग पर पीड़ित परिवार वालों और क्षेत्रवासियों ने नेहरू चौक में जमकर प्रदर्शन करते हुए चक्काजाम भी किया। फिर भी कोई रास्ता नही निकला तो पीड़ित परिवार ने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अरुण साव से फोन पर बातचीत की। इस पर उपमुख्यमंत्री ने हर संभव मदद कर आरोपी के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही करने आश्वासन दिया ।जिसके बाद परिवार वालों का गुस्सा शांत हुआ और फिर पोस्टमार्टम के बाद बच्ची का परिवार वालों ने विधि विधान से अंतिम संस्कार किया।

गौरतलब है कि पूरे बिलासपुर को शर्मशार करने वाली घटना के बाद से पुलिस प्रशासन की भी जमकर फजीहत हो रही है। अगर देखा जाए तो वाकई जिले में पिछले साल की तुलना में इस वर्ष केवल 1 महीने में ही तकरीबन 16 दुष्कर्म के मामले सामने आ चुके है। इसी तरह का मामला एक सिरगिट्टी थाना क्षेत्र अंतर्गत का भी है। फिलहाल घटना के बाद दूसरे दिन घटनास्थल पर पहुंचकर एफएसएल टीम ने भी मामले से जुड़े एक एक साक्ष्य और सबूत इकट्ठा कर लिए है। इसके साथ ही इस मामले में पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने का भी प्रावधान है। फिलहाल नाबालिग आरोपी अभी पुलिस अभिरक्षा में है, जांच पड़ताल के साथ उसके विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही भी जारी है।