
पुलिस लाइन बिलासपुर में बिलासपुर पुलिस द्वारा संचालित सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम “चेतना” के एक वर्ष पूर्ण होने एवं बच्चों के लिए ग्रीष्मकालीन अवकाश में आयोजित विशेष शिविर आओ संवारे कल अपना के समापन अवसर पर भव्य आयोजन किया गया। इस गरिमामयी अवसर पर कलेक्टर संजय अग्रवाल एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी, समाजसेवी संगठन, जागरूक नागरिक तथा बड़ी संख्या में बच्चे और अभिभावक उपस्थित रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत समृद्धि मानिकपुरी की गणेश वंदना से हुई, जिसके पश्चात बच्चों की रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।एसएसपी रजनेश सिंह ने चेतना अभियान की एक वर्ष की उपलब्धियां साझा करते हुए बताया कि यह पहल पुलिस और समाज के बीच विश्वास की एक नई इबारत लिख रही है। नशा उन्मूलन, साइबर जागरूकता, लैंगिक समानता, महिला एवं बाल सुरक्षा जैसे मुद्दों पर समाज के विभिन्न वर्गों को जोड़ने में चेतना ने प्रभावशाली भूमिका निभाई है।

कलेक्टर संजय अग्रवाल ने अपने संबोधन में चेतना और समर कैंप जैसी पहलों को शासन और समाज की साझेदारी का सशक्त उदाहरण बताया और इनके सकारात्मक प्रभाव की सराहना की।समारोह के दौरान चेतना अभियान से प्रत्यक्ष लाभान्वित लोगों ने मंच से अपने अनुभव साझा किए, जिनमें नशा छोड़ने, आत्मरक्षा सीखने और साइबर अपराध से सतर्कता जैसे बदलाव शामिल थे।

चेतना मित्र सम्मान से समाजसेवियों एवं भागीदार संस्थाओं को सम्मानित किया गया। समर कैम्प में भाग लेने वाले बच्चों एवं प्रशिक्षकों को प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया। कार्यक्रम का समापन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अर्चना झा के भावपूर्ण धन्यवाद ज्ञापन से हुआ। यह आयोजन चेतना की सफलता का उत्सव ही नहीं, बल्कि समाज और पुलिस के बीच मजबूत हो रहे विश्वास की झलक भी था।