
छत्तीसगढ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी की प्रतिमा को लेकर विवाद थमने के नाम नहीं थे है। अब इस मुद्दे पर अजीत जोगी के पुत्र और जेजेसी नेता अमित ने दो टूक कहा है कि, “या तो मेरी अर्थी उठेगी या पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की प्रतिमा वापस उसी जगह पर स्थापित होगी। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया है कि, जो ये कार्य हो रहा है न किसी के इशारों पर किया जा रहा है। और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। जेजेसी नेता अमित ये भी कहा कि, जिस तरह रात-रात मूर्ति चोरी हुई, इस तरह वापस मूर्ति लग जानी चाहिए। “मैने उपमुख्यमंत्री से बात की है। और उन्होंने आश्वासन दिया है। कि जो भी अप्रिय घटनाएं हुई है। उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

हमें न्याय चाहिए।”वहीं मौके पर एसडीएम ऋचा चंद्राकर, सीईओ सुरेन्द्र वैध, ASP ओम चंदेल समेत अधिक संख्या में पुलिस बल तैनात है। साथ ही माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।गौरेला में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की मूर्ति हटाने की सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। पास में ही लगे एक मोबाइल दुकान में यह घटना साफ तौर पर रिकॉर्ड हुई है। सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि आधी रात के बाद एक बड़ा क्रेन जरिए मूर्ति को हटाया गया। तीन दिन पहले ज्योतिपुर चौक में मूर्ति को स्थापित की गई थी। सबसे बड़ी हैरानी की बात है कि उसे समय घटनास्थल के आसपास एक भी व्यक्ति नजर नहीं आ रहे हैं। जिससे यह संदेह गहराता है कि, पूरा कार्रवाई योजनानुसार अंजाम दिया गया।