

बिलासपुर :- स्वर्गीय लखीराम अग्रवाल आडिटोरियम में शुक्रवार को बिजली विभाग और नगर निगम के जनप्रतिनिधियों की ओर से प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना पर कार्यशाला आयोजित की गई। योजना का उद्देश्य उपभोक्ताओं को अपने घर पर सोलर पैनल लगाकर मुफ्त बिजली का लाभ दिलाना था। लेकिन कार्यक्रम में अधिकारियों और पार्षदों के अलावा आमजन की उपस्थिति लगभग नगण्य रही, जिससे आयोजन महज खानापूर्ति बनकर रह गया।मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना होने के बावजूद न तो बिजली विभाग ने जनता को जोड़ने की कोई ठोस कोशिश की, न ही सत्ताधारी दल के जनप्रतिनिधि गंभीर दिखाई दिए। बैठक में बड़ी संख्या में कुर्सियां खाली रहीं, जो इस बात का सबूत हैं कि आयोजन को लेकर न तो प्रचार-प्रसार हुआ और न ही आम नागरिकों को बुलाने की तैयारी।कार्यक्रम में विभागीय अधिकारी योजना के लाभ और अनुदान की जानकारी देते रहे, लेकिन जिन लोगों तक यह जानकारी पहुंचनी चाहिए थी, वे वहां मौजूद ही नहीं थे। इससे साफ जाहिर है कि बिजली विभाग सिर्फ कागजी काम पूरा कर अपनी पीठ थपथपा रहा है।स्थानीय नागरिकों का कहना है कि जब तक इस तरह के अभियानों को जमीनी स्तर पर प्रचारित नहीं किया जाएगा और लोगों को सीधे जोड़ा नहीं जाएगा, तब तक योजनाएं फाइलों और औपचारिक बैठकों तक ही सीमित रहेंगी। शुक्रवार का आयोजन भी इसका जीता-जागता उदाहरण रहा।