
बागेश्वर धाम सरकार के नाम से प्रसिद्ध बाबा धीरेंद्र शास्त्री पहली बार बिलासपुर पहुंचे। वह चार्टर प्लेन से मध्यप्रदेश से चकरभाठा एयरपोर्ट पहुंचे, जहां से वे सीधे उसलापुर मिनोचा कॉलोनी में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए। इसके बाद चुचुहियापारा अंडरब्रिज के पास नष्टी भवानी मंदिर में आयोजित सतचंडी महायज्ञ एवं 11 कन्या महाउत्सव में पहुंचे।यह आयोजन श्री चक्र महामेरू पीठाधिपति सच्चिदानंद तीर्थ जी महाराज के सानिध्य में हुआ, जो बाबा धीरेंद्र शास्त्री के गुरु हैं।बाबा ने कहा कि भारत अब हिंदू राष्ट्र बनने की दिशा में बढ़ रहा है और इसके लिए हर हिंदू को संकल्प लेना होगा।उन्होंने यह भी बताया कि वे छत्तीसगढ़ कई बार आ चुके हैं, लेकिन बिलासपुर की यह उनकी पहली यात्रा है।बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने सभा में मौजूद भक्तों से कहा कि अगली बार बिलासपुर में एक विशाल सभा का आयोजन किया जाएगा, जहां वे विधिवत प्रवचन करेंगे और शहरवासियों से खुलकर मुलाकात भी करेंगे। उन्होंने बताया कि उन्हें शिकायतें मिली हैं कि धर्मांतरण की घटनाएं बस्तर और जसपुर क्षेत्र में तेजी से हो रही हैं। उन्होंने आशा जताई कि जैसे नक्सलियों का सफाया किया जा रहा है, वैसे ही धर्मांतरण पर भी सख्त कार्रवाई होगी।प्रवचन के दौरान उन्होंने आगामी नवंबर में बागेश्वर धाम में होने वाली विशेष सभा के लिए बिलासपुरवासियों को आमंत्रण भी दिया। बाबा की एक झलक पाने के लिए हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी। शंकर नगर और रेलवे स्टेशन क्षेत्र ‘जय सिया राम’ के नारों से गूंज उठा।भीड़ इस कदर बेकाबू हो गई कि बाबा को पंडाल में प्रवेश करने का अवसर नहीं मिला। उन्होंने अपने वाहन के सनरूफ से ही सड़क के बीच प्रवचन देना शुरू कर दिया। भारी अव्यवस्था के बीच भक्तों की आस्था और उत्साह देखने लायक था, लेकिन पुलिस-प्रशासन की तैयारियां नाकाफी साबित हुईं।