
बिलासपुर जिले में कलेक्टर संजय अग्रवाल के सख्त निर्देश पर खनिज विभाग ने अवैध रेत खनन, परिवहन और भंडारण पर जोरदार कार्रवाई करते हुए पांच दिनों में दर्जनों वाहनों को सीज़ किया है। ग्राम अमलडीहा, उदईबंद, करही कछार, सेंदरी, निरतू, घुटकू, सोढाखुर्द और अन्य क्षेत्रों में छापेमारी कर तीन चैन माउंटेन मशीन, दो हाइवा और सात ट्रैक्टर जब्त किए गए हैं। वहीं 400 हाइवा रेत व मिट्टी अवैध रूप से भंडारित पाए गए, जिन्हें भी जप्त कर लिया गया।खासकर अमलडीहा और उदईबंद क्षेत्र में रात्रि में की गई कार्रवाई के दौरान अवैध उत्खनन करते पकड़े गए वाहनों को मौके पर ही सील कर दिया गया। खदान क्षेत्र में खनिज टीम को देख चालक और ऑपरेटर भाग खड़े हुए।

इसके अलावा मस्तूरी रोड, तोरवा क्षेत्र के एक बड़े डंपिंग जोन में 200-200 हाइवा रेत व मिट्टी बिना वैध दस्तावेज पाए गए, जिन्हें तत्काल जब्त किया गया।इस कार्रवाई की खास बात यह रही कि तोरवा इलाके में स्थित जिस डंपिंग जोन पर छापा मारा गया।उसका संबंध एक दिग्गज भाजपा नेता से बताया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, उक्त नेता ने एक बिल्डर पर दबाव बनाया कि डंप की गई रेत को उनका बताकर जब्ती से बचाया जाए। हालांकि खनिज विभाग ने मौके पर पहुंचकर दस्तावेजों की जांच की और स्थिति का जायजा लिया। खबर लिखे जाने तक विभाग की कार्रवाई जारी थी।बताया जा रहा है कि बीते शुक्रवार को शहरभर में अवैध प्लॉटिंग से जुड़ी खबरों के बाद प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। सूत्रों का दावा है कि इन अवैध प्लॉटिंग और खनन के तार तोरवा क्षेत्र से गहराई से जुड़े हैं। इसी कड़ी में कलेक्टर ने पहले डंपिंग जोन की सफाई और फिर प्लॉटिंग माफिया पर शिकंजा कसने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है।