करीब एक महीने पहले छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में पचपेड़ी क्षेत्र में रहने वाले 17 वर्षीय किशोर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। सूचना मिलते ही उसकी प्रेमिका ने भी जहर खाकर जान देने की कोशिश की थी। तब तो डॉक्टरों ने उसे बचा लिया, लेकिन इस बार 16 वर्षीय प्रेमिका ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। एक महीने के अंदर ही प्रेमी-प्रेमिका के जान देने का मामला पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।पचपेड़ी क्षेत्र के चिस्दा निवासी किशोरी का गांव में रहने वाले किशोर से प्रेम प्रसंग चल रहा था। जून महीने में वह अपने प्रेमी के साथ भाग गई थी। उनके साथ एक अन्य नाबालिग भी था। तीनों बाइक पर रायपुर पहुंचे, तो वाहनों की जांच के दौरान पुलिस ने पकड़ लिया। पूछताछ में तीनों ने गोलमोल जवाब दिया। पुलिस ने सख्ती दिखाई तो सब सच उगल दिया। इसके बाद रायपुर पुलिस ने पचपेड़ी थाने में सूचना दी। सूचना पर स्वजन रायपुर पहुंचे। पुलिस ने तीनों नाबालिग को स्वजनो के हवाले कर दिया।जिस दिन स्वजन रायपुर से गांव लौटे, उसी रात किशोर ने अपने घर के बाहर पेड़ पर फांसी लगाकर जान दे दी। प्रेमी की मौत की जानकारी मिलते ही किशोरी ने भी घर में रखी दवा का सेवन कर लिया।

जानकारी मिलते ही स्वजन उसे अस्पताल लेकर गए। अस्पताल में डाक्टरों ने किशोरी को बचा लिया। इस घटना के करीब एक महीने बाद बीते रविवार की रात किशोरी घर पर ही थी। सुबह स्वजनो ने देखा तो वह कमरे में नहीं मिली। वे घर के बाहर निकले तो उसका शव फांसी के फंदे पर लटक रहा था। अब पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस जांच में पता चला है कि दोनों नाबालिग के स्वजन करीब दो साल पहले यूपी के प्रतापगढ़ स्थित ईंट भट्टे पर काम कर रहे थे। इसी दौरान दोनों के बीच प्यार हो गया। दोनों के प्यार की भनक लगते ही किशोरी के स्वजन उसे लेकर गांव आ गए।हालांकि गांव में भी दोनों एक दूसरे से मिलते रहे। अलग-अलग जाति का होने के कारण दोनों परिवार उन्हें अलग करना चाहते थे।