पोला त्यौहार भादो माह की अमावस्या तिथि सोमवार को उत्साह से मनाया गया, किसानों ने बैलों का श्रंगार कर उनकी पूजा की और उन्हें पारंपरिक पकवान ठेठरी, खुरमी अर्पित कर अच्छी फसल होने की कामना की। इस मेले पर आदर्श युवा मंच द्वारा लाल बहादुर शास्त्री शाला मैदान में आयोजित बैल दौड़ एवं साज सज्जा प्रतियोगिता का शहर वासियों ने जमकर आनंद उठाया। साज सज्जा और बैल दौड़ के लिए प्रथम द्वितीय तृतीय पुरस्कार दिए गए।


सोमवार को प्रदेश की पारंपरिक और प्रसिद्ध त्यौहार पोला धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान परंपरा को बनाए रखते हुए बैल दौड़ का भी आयोजन किया गया, आदर्श युवा मंच द्वारा स्वर्गीय श्री चंद मनुजा स्मृति बैल दौड़ एवं साज सज्जा प्रतियोगिता सोमवार को लाल बहादुर शास्त्री शाला मैदान में आयोजित किया गया। आदर्श युवा मंच के अध्यक्ष महेश दुबे ने बताया कि प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को पुरस्कृत कर किसानों का सम्मान भी किया गया, वहीं उन्होंने कहा कि अब खेती किसानी शहरी क्षेत्र में सिमटती जा रही है, जिसके फल स्वरुप अब बैल भी नहीं मिल रहे हैं, जहां पहले डेढ़ सौ से 200 बेल भाग लेते थे वहीं ईस बार महज आठ बैल ही प्रतियोगिता में शामिल हुए हैं, फिर भी प्रदेश की बैल दौड़ संस्कृति को बनाए रखने प्रयास किया जा रहा है।


इस दौरान छत्तीसगढ़ लोक कला मंच मनभावरा के लाल जी श्रीवास एवं टीम ने लोक संगीत एवं नृत्य की प्रस्तुति देकर कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया। उपस्थित सभी लोगों ने इस लोक संगीत का आनंद लिया।

बैल दौड़ के बाद साजसज्जा में पुरस्कार दिया गया, साज सज्जा प्रतियोगिता में पहला पुरस्कार परदेसी मरकाम, दूसरा नर्मदा साहू, तीसरा अशोक साहू को दिया गया. इसी तरह बैल दौड़ में प्रथम मंजिला साहू, द्वितीय नर्मदा साहू और तीसरा दिलीप की बेल की जोड़ी को पुरस्कार दिया गया।

