8 अप्रैल बुधवार को भगवान परशुराम जयंती महोत्सव के आयोजन को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में समाज के वरिष्ठजनों, युवाओं तथा मातृशक्ति/बहनों की गरिमामयी उपस्थिति रही। सामूहिक चर्चा और सहमति के पश्चात इस वर्ष चार दिवसीय भव्य कार्यक्रम आयोजित करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। पहला दिन 28 अप्रैल को कार्यक्रम की शुरुआत लोखंडी स्थित परशुराम जी की प्रतिमा स्थल पर विधिवत पूजा-अर्चना के साथ होगी। श्रद्धालुजन पूजा में भाग लेकर भगवान परशुराम से समाज के कल्याण की कामना करेंगे। दूसरा दिन 29 अप्रैल इस दिन एक विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा, जिसमें समाज के युवाओं सहित सभी वर्गों से रक्तदान की अपील की गई है। यह शिविर मानव सेवा की भावना को समर्पित रहेगा। तीसरा दिन अक्षय तृतीया 30 अप्रैल को प्रातः कान्यकुब्ज भवन में पावन अक्षय तृतीया के अवसर पर सामूहिक हवन एवं प्रसाद वितरण किया जाएगा। हवन कार्यक्रम में समाजजनों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजन अनुष्ठान सम्पन्न किया जाएगा। चौथा दिन 1 मई को शाम 4:30 बजे दयालबंद से एक भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। यह शोभायात्रा नगर के मुख्य मार्गों से होते हुए देवकीनंदन स्कूल तक पहुंचेगी। वहाँ विशाल प्रसाद भंडारा वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन किया जाएगा। यह चार दिवसीय कार्यक्रम न केवल धार्मिक आस्था को समर्पित रहेगा, बल्कि सामाजिक एकता और सेवा भावना का भी परिचायक होगा। सभी समाजबंधुओं से इन आयोजनों में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की गई है।