
यह अभियान गर्मियों में बढ़ती आगजनी की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए चलाया जा रहा है। सप्ताहभर चले इस कार्यक्रम में स्कूल, अस्पताल, होटल, बहुमंजिला इमारतें, सोसाइटी, और भीड़भाड़ वाले बाजारों में आग से बचाव के उपायों की जानकारी दी गई। मकसद है—आम लोगों को आग बुझाने के प्रारंभिक तरीकों से अवगत कराना, ताकि किसी भी आपदा की स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके।बुधवार को इसी कड़ी में अग्निशमन विभाग की टीम बिलासपुर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची। यहां अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। मौके पर लाइव फायर डेमो कर यह बताया गया कि किसी कार्यालय या इमारत में आग लगने पर कैसे प्राथमिक कदम उठाएं जाएं।

अधिकारियों ने आग बुझाने के उपकरणों का सही इस्तेमाल, सुरक्षित बाहर निकलने के रास्ते, और पैनिक से बचने के तरीके बताए। कर्मचारियों ने भी इस लाइव ट्रेनिंग में हिस्सा लिया और कई सवालों के जवाब भी लिए।

नगर सेना विभाग के अधिकारियों ने साफ किया कि यह अभियान केवल एक सप्ताह तक सीमित नहीं रहेगा।गर्मी के पूरे मौसम में इस तरह के ट्रेनिंग,मॉकड्रिल और जनजागरूकता कार्यक्रम चलते रहेंगे।मकसद है कि किसी भी आकस्मिक आग की स्थिति में हर व्यक्ति आत्मनिर्भर और तैयार हो।