
ट्रेनों में कोचों के लिए पानी भरने की व्यवस्था जो बीते ढाई सालों से ठप पड़ी थी, अब एक बार फिर से पटरी पर लौट आई है। रेलवे ने एक नई ऑटोमैटिक वाटरिंग मशीन इंस्टॉल की है, जिससे अब महज 5 से 7 मिनट में ट्रेनों में पानी भरा जा सकेगा।साल 2022 में बिलासपुर जोनल मुख्यालय के प्लेटफॉर्म्स पर ट्रेनों में वाटरिंग का ठेका बंद कर दिया गया था। इसके बाद से ट्रेनों में कोचों में पानी भरने का काम रेलवे कर्मचारियों के भरोसे था। लेकिन संसाधनों की कमी और काम के बढ़ते दबाव ने यात्रियों की परेशानी और भी बढ़ा दी थी। इसी दौरान बिलासपुर जोन के अंतर्गत आने वाले रायपुर, नागपुर और बिलासपुर डिवीजनों में हाउसकीपिंग, प्लेटफॉर्म की सफाई और वाटरिंग जैसी सुविधाओं को या तो बंद कर दिया गया या फिर नियंत्रित किया गया। अब करीब ढाई साल बाद रेलवे प्रशासन को सुध आई और शनिवार को बिलासपुर स्टेशन के हावड़ा एंड पर एक नई आधुनिक वाटरिंग मशीन की टेस्टिंग की गई। ये मशीन आधुनिक तकनीक से लैस है और इसे रविवार से नियमित रूप से ऑपरेशन में ले लिया गया है। मशीन की खास बात ये है कि ये महज 5 से 7 मिनट में एक कोच में पानी भर देती है। इससे समय की भी बचत होगी और कर्मचारियों पर बोझ भी कम होगा। राकेश खरे+आलोक