नारी न्याय गारंटी के तहत महिलाओं को सालाना एक लाख देने की बात कही।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट ने बिलासपुर और जांजगीर-चांपा लोकसभा क्षेत्र का दौरा किया। जिसके बाद शुक्रवार सुबह वे प्रेस से रूबरू हुए तो फिर कांग्रेस के जीत के भी दावे कर डाले। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस प्रभारी बनने के बाद सचिन पायलट का यह पांचवा दौरा है। इस दौरान वे जहां लोकसभा के लिए अपनी जमीन तलाश रहे हैं तो वही राहुल गांधी के न्याय यात्रा में शामिल होने के लिए भी छत्तीसगढ़ पहुंचे। हालांकि सचिन पायलट एक समय खुद कांग्रेस छोड़ने की कगार पर थे और वे राजस्थान में कांग्रेस को नहीं जीता पाए लेकिन फिलहाल पार्टी ने उन्हें छत्तीसगढ़ जीताने की जिम्मेदारी दी है और सचिन पायलट प्रदेश तो क्या देश में भी कांग्रेस की जीत के दावे कर रहे हैं। इधर कांग्रेस महिला मतदाताओं को लुभाने छत्तीसगढ़ के सभी 11 लोकसभा क्षेत्र में महिलाओं से नारी न्याय गारंटी के फॉर्म भरवा सकती है। कहा जा रहा है कि इस योजना के तहत महिलाओं को सालाना एक लाख रुपये दिया जाएगा। असल में विधानसभा चुनाव के दौरान इसी तरह का फॉर्म भरकर भारतीय जनता पार्टी महतारी वंदन योजना के नाम पर सत्ता सुंदरी का वरण कर चुकी है। अब कांग्रेस उसी राह पर चलने की तैयारी कर रही है।

शुक्रवार को बिलासपुर में पत्रकारों से रूबरू होते हुए सचिन पायलट ने कहा कि पार्टी के रूठे नेताओं को मनाया जाएगा। साथ ही कार्यकर्ताओं को पसंद का प्रचारक देंगे। उन्होंने दावा किया कि छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटों पर चौंकाने वाले नतीजे आएंगे। कांग्रेस अब तक जितनी सीट जीती है उससे अधिक सीट जीतने का दावा उन्होंने किया। साथ ही कहा कि भाजपा भले ही 400 पार का नारा दे रही है लेकिन उनकी सीट घटेंगी।

अपनी बात करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सरकार दिल्ली से चलाई जा रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार जांच एजेंसी का दुरुपयोग कर रही है। इधर महादेव बैटिंग एप में नाम आने के बाद भूपेश बघेल को हटाने की मांग पार्टी में ही उठने लगी है जिसको नकारते हुए सचिन पायलट ने कहा कि भूपेश बघेल पार्टी के बड़े नेता और पूर्व मुख्यमंत्री रहे हैं और वे प्रचंड बहुमत से चुनाव जीतेंगे।

पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए सचिन पायलट ने दावा किया कि इस बार केंद्र में इंडी गठबंधन की सरकार बनेगी। साथ ही छत्तीसगढ़ में बेहतर प्रबंधन की भी बात उन्होंने कही। सचिन पायलट ने कहा कि सभी विभागों से वन टू वन चर्चा कर चुनाव की तैयारी की जाएगी। उन्होंने बताया कि जांजगीर-चांपा और रायपुर के प्रत्याशी घोषित कर दिए गए हैं और जल्द ही बिलासपुर सीट से भी प्रत्याशी घोषित किए जाएंगे। उन्होंने पार्टी में बिखराव के आरोप को भी खारिज किया और कहा कि कांग्रेस एक जुटता के साथ चुनाव लड़ेगी और यह चुनाव जीतेगी। सचिन पायलट यह सब दावे जरूर कर रहे थे लेकिन उनके दावों में आत्मविश्वास की कभी साफ झलक रही थी, क्योंकि कांग्रेस उतने सीटों पर चुनाव ही नहीं लड़ रही जितना बहुमत के लिए आवश्यक है, तो वहीं भाजपा इस कदर आत्मविश्वास से भरी हुई है कि वह जीत-हार की बात कर ही नहीं रही। बल्कि उनका लक्ष्य तो 400 सीट है। ऐसे में लग रहा है कि सचिन पायलट को कठिन परीक्षा में उतार दिया गया है और इस चुनौती से पार पाना उनके लिए भी आसान नहीं होगा।