सामाजिक बहिष्कार- प्रताड़ित, रायपुर से आए साहू समुदाय की दंपती ने SBUM ऑफिस बिलासपुर आकर SBUM संयोजक लखन सुबोध से भेंटकर न्याय के लिए संग-साथ मांगा।
सत्यम नगर कचना भाटापारा *रायपुर* के साहू समुदाय के *दुर्गेश साहू एवं राजेश्वरी साहू* (जिन्होंने सजातीय विवाह किया) ने अपने ऊपर हो रहे सामाजिक बहिष्कार प्रताड़ना के संबंध में *"सामाजिक बहिष्कार उन्मूलन मोर्चा" (SBUM)* के संयोजक *लखन सुबोध* से SBUM ऑफिस बिलासपुर में आकर भेंट-चर्चा किया।
उनसे मिली जानकारी के अनुसार, दुर्गेश साहू के घर वाले राजेश्वरी साहू के घर वालों से *रिश्ता के लिए बात करने गए*। लड़की और लड़का के बीच शादी के लिए *सहमति तो बना*, परंतु लड़की के घर वालों को रिश्ता *मंजूर नहीं होने के कारण* दुर्गेश साहू और राजेश्वरी ने *आर्य समाज रायपुर में शादी कर लिये*।
इस नवविवाहित दंपति को साहू समुदाय के तानाशाह ठेकेदारों ने यह कहकर सामाजिक बहिष्कार किया गया कि, तुम लोग हमारे *साहू समुदाय (हिंदू रीति रिवाज)* के अनुसार शादी नहीं किए हो। तुम्हारे आर्य समाज में किए गये शादी को *हम नहीं मानते*। ऐसा कहते हुए कथित सामाजिक ठेकेदारों ने सामाजिक बहिष्कार कर *30 हजार रुपये* का जुर्माना लगाया।
चूकि लड़का बहुत गरीब है और मजदूरी कर रहा है। किसी भी तरह रोजी मजदूरी कर पेट पाल रहा है, फिर भी उन्होने अपना पेट काटकर एवं कर्ज उठाकर *20 हजार रुपये जुर्माना ठेकेदारों को पटा दिया* और 10 हजार रुपया नही पटा सकने एवं इसे माफ करने का ठेकेदारों से निवेदन किया। लेकिन 10 हजार को नही देने पर दंपति को *सामाजिक बहिष्कार प्रताड़ना किया जा रहा है*।
इस सामाजिक बहिष्कार के चलते लड़का लड़की और उनके 15 महिने का पुत्री *अपने गांव घर नहीं जा पा रहे हैं*। गांव में चले जाने से उनके घर वालों को भी सामाजिक बहिष्कार कर देंगे, इस डर से अपने गृह ग्राम नहीं जा रहे हैं।
आज की भेंट-चर्चा में SBUM के संयोजक उनके इस सामाजिक बहिष्कार प्रताड़ना के खिलाफ संग-साथ देने का *वचन दिया*।